Wednesday, December 24, 2025

फरीदाबाद के पुलिस ने की दिल्ली में रेड: फर्जी कॉल सेंटर का फूटा बांदा। 6 महिलाएं और समेत 7 अरेस्ट क्रेडिट कार्ड के नाम पर किया गया था ठग।

Published:

तारीख:20/12/2025
पता: फरीदाबाद
फरीदाबाद के पुलिस ने की दिल्ली में रेड: फर्जी कॉल सेंटर का फूटा बांदा। 6 महिलाएं और समेत 7 अरेस्ट क्रेडिट कार्ड के नाम पर किया गया था ठग। फरीदाबाद की पुलिस साइबर यूनिट ने एक बड़े साइबर फ्रॉड नेटवर्क का खुलासा करते हुए दिल्ली के मोती नगर इलाके में संचालित फर्जी कॉल सेंटर पर कार्यवाही की। इस छापेमारी में कॉल सेंटर संचालक समेत 7 लोगों को दबोचा जिम 6 महिलाएं शामिल है। आरोपी ने खुद के बैंक के क्रेडिट कार्ड विभाग से जुड़ा अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते थे और कथित अनिवार्य सवित का डर दिखाकर उनसे मोटी रकम ऐंठ लेते थे। पुलिस ने मौके से कई सिम कार्ड और मोबाइल फोन जब्त किया। और जिसका इस्तेमाल ठगी के लिए किया जा रहा था। पुलिस प्रवक्ता का यशपाल ने बताया कि साइबर थाना बल्लभगढ़ में दर्ज एक शिकायत के बाद पुलिस इस गुना करो तक पहुंची। शिकायत करता ने बताया है कि उसे एक कॉल आई जिससे मैं कॉलर ने खुद को एसबीआई क्रेडिट कार्ड विभाग से बताया। कहां गया कि यदि नई सरकारी सवित एक्टिव नहीं कराई गई तो क्रेडिट कार्ड से पैसे कटते रहेंगे। इसी दौरान मैं लेकर एक लिंक भेजा गया जिस पर लिंक कर पीड़ित ने 20000 रुपए ट्रांसफर कर दिया। शिकायत के आधार पर साइबर थाना बल्लभगढ़ में मामला दर्ज किया गया। जांच के दौरान पुलिस ने दिल्ली के मोती नगर छापेमारी कर फौजी कॉल सेंटर से संचालक अनूप डडवाल सहित 7 अपराधी को गिरफ्तार किया।

पुलिस ने उन अपराधियों से 12 सिम कार्ड और तीन मोबाइल फोन बरामद किया है। जांच में यह बात सामने आया कि मास्टरमाइंड अनूप डडवाल है जो यह काम करवाते हैं। और मेरठ का रहने वाले हैं 2021 से दिल्ली के मोती नगर में किराए के फ्लैट से फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था वह सप्ताह में कुछ दिन दिल्ली आता था और बाकी काम महिलाओं से चलवाता था। और फौजी कॉल सेंटर में काम करने वाली महिलाओं की अलग-अलग जिम्मेदारियां ताई थी। योगेश्वरी टीम लीडर थी, विजया एच आर का काम संभालती थी और नई महिलाओं को ट्रेनिंग देती थी जबकि शाहीन ,शशि ,आशा, और मीनाक्षी कॉलर के तौर पर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थी।पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी अनूप ,विक्रम योगेश्वरी ,विक्रम, विजया, शशि , आशा, मीनाक्षी बीए पास है। कॉलर महिलाओं को ₹20000 महीना सैलरी दी जाती थी। रोजाना ठगी का टारगेट तय रहता था और ज्यादा लोगों को फसाने पर अलग से कमीशन भी दिया जाता था। पुलिस जांच में सामने आया है कि बरामद सिर्फ कार्ड का इस्तेमाल कई अन्य साइबर ठगी मामले में भी किया गया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी अनूप डडवाल और टीम लीडर योगेश्वरी को एक दिन के लिए पुलिस रिमाइंडर पर लिया है। जबकि अन्य महिलाओं को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है, पुलिस पूरे नेटवर्क और ठगी की रकम की जांच कर रही है।

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