
तारीख:17/12/2025
पता: पटना (बिहार)
सीम नितेश कुमार ने हिजाब खींचा, नुसरत ने बिहार छोड़ा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस महिला डॉक्टर नुसरत प्रवीण का हिजाब हटाया था, उन्होंने छोड़ दिया बिहार। नुसरत प्रवीण अब कोलकाता में अपने परिवारों के पास रहने चली गई। यह घटना 15 दिसंबर को हुई। नुसरत प्रवीण पढ़ाई में बहुत तेज थी और डॉक्टर बनना उनका सपना था। परवीन का यह भी कहना है कि बिहार सरकार की नौकरी ज्वाइन नहीं करेगी। परवीन के परिवार वाले समझने की कोशिश में लगी है। लेकिन वह वापस बिहार जाकर नौकरी करने की हिम्मत चाह कर भी नहीं जुटा पा रही है। इस पूरे मामले को लेकर पश्चिम बंगाल के सीनियर जर्नलिस्ट शहनवाज अख्तर से भास्कर बिहार झारखंड स्टेट एडिटर श्याम द्विवेदी से की बात। नुसरत के परिवार के बेहद करीब और सीनियर जर्नलिस्ट शहनवाज़ अख्तर ने बताया की घटना के बाद से नुसरत परवीन सदमे में पर गई है। नुसरत के परिवार लगातार उन्हें समझ रहे हैं। लेकिन वह तैयार नहीं है समझने को और बिहार लौट के लिए। परिवार के लोगों ने नुसरत पर छोड़ दिया है फैसला करने के लिए की नौकरी ज्वाइन करें।

नुसरत प्रवीण ने हुई इस घटना के बारे में सबसे पहले अपने भाई को जानकारी दी थी। फोन के दौरान वह बहुत ही भावुक थी, भाई ने यह बात सुनते ही कोलकाता आने को सलाह दी। और अगले दिन ही पहुंची नुसरत कोलकाता। नुसरत ने अपने भाई से कहा__मैं यह नहीं कर रही हूं कि मुख्यमंत्री ने जो कुछ भी किया वह इटशनली , लेकिन वहां जो कुछ भी हुआ वह मुझे अच्छा नहीं लगा। वहां बहुत सारे लोग भी थे कुछ तो हंस रहे थे एक लड़की होने के नाते ओ मेरे लिए अपमान जैसा था। स्कूल से लेकर कॉलेज तक में हिजाब में ही रहकर पढ़ाई की। घर हो या मार्केट या माल हर जगह में हिजाब पहन कर गई। कभी ऐसा नहीं हुआ। यहां तक कि उनके अब्बू अम्मी ने भी घर से हमेशा यही सिखाया। जब हमारी संस्कृति का हिस्सा है। नुसरत के भाई ने बताया कि मैं और परिवार के लोगों ने उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं।
